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25. ledna 2022 v 08:20
भगवान कृ
विदर्भ के राजा भीष्मक की पुत्री रुक्मणि भगवान कृष्ण से प्रेम करती थी और उनसे विवाह करना चाहती थीं, लेकिन रुक्मणि के अलावा भी कृष्ण की 16107 पत्नियां थीं. पुराणों में उल्लेख है कि एक दानव भूमासुर ने अमर होने के लिए 16 हजार कन्याओं की बलि देने का निश्चय कर लिया था
25. ledna 2022 v 08:20
108 Names of Lord Shiva
Lord Shiva, also known as Adi Shakti is one of three most revered Gods in Hindu mythology. He is part of the Holy trinity along with Brahma (the creator) and Vishnu (the preserver).
25. ledna 2022 v 08:20
Birth Story of Nandi Bhagwan in Hindi
भगवान शिव शिलाद ऋषि को उनका मनचाहा वरदान देकर अंतर्ध्यान हो गए. भगवान शिव के अंतर्ध्यान होने के बाद शिलाद ऋषि ने जब अपनी आँखें खोली, तो उनकी गोद में एक शिशु था. उस शिशु के चेहरे पर एक अलौकिक तेज था. शिलाद ऋषि ने उसका नाम नंदी रखा और उसका पालन-पोषण करने लगे.
25. ledna 2022 v 08:19
भगवान नं
जब इंद्रदेव से इच्छा मुताबिक संतान प्राप्ति का आशीर्वाद नहीं मिला तो शिलाद मुनि ने शिव की पूजा की। उनके कठोर तप से शिव अत्यंत प्रसन्न हुए और स्वयं उनकी संतान के रूप में जन्म लेने की बात कही। कथा मिलती है कि एक दिन शिलाद मुनि खेत जोत रहे थे तब उसी भूमि पर उन्हें एक बालक मिला। वह उसे घर ले आए और उसका नाम नंदी रखा।
25. ledna 2022 v 08:19
how does a bong work
25. ledna 2022 v 08:19
Goddess Lakshmi Avatars in Hindi
लक्ष्मी (/ˈlʌkʃmi/; संस्कृत: लक्ष्मी, IAST: lakṣmī) हिन्दू धर्म की एक प्रमुख देवी हैं। वह भगवान विष्णु की पत्नी हैं। पार्वती और सरस्वती के साथ, वह त्रिदेवियाँ में से एक है और धन, सम्पदा, शान्ति और समृद्धि की देवी मानी जाती हैं। दीपावली के त्योहार में उनकी गणेश सहित पूजा की जाती है
25. ledna 2022 v 08:18
देवी लक्
द्वापर युग में माता लक्ष्मी जी ने पहले राधा और बाद में रुकमणी के रूप में धरती पर अवतार लिया था। ... श्रीकृष्ण की प्रेमिका के रूप में राधाजी का नाम आता है तो पत्नी के रूप में रुकमणी प्रसिद्ध हैं। द्वापर युग में माता लक्ष्मी जी ने पहले राधा और बाद में रुकमणी के रूप में धरती पर अवतार लिया था।
25. ledna 2022 v 08:18
Why did Lord Vishnu Curse Goddess Lakshmi in Hindi
विष्णु के प्रयासों का लक्ष्मी पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा। भगवान विष्णु के बार-बार प्रयास करने के बाद भी लक्ष्मी विचलित नहीं हुई। इसे अपनी अवज्ञा के रूप में देखकर, भगवान विष्णु बहुत क्रोधित हो गए और लक्ष्मी को शाप दिया कि आप इस घोड़े की सुंदरता में खो जाने के कारण मेरी अवज्ञा कर रहे हैं।
25. ledna 2022 v 08:18
भगवान वि
भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी के अश्व रूप की ऐसी ही एक कहानी भागवत पुराण में मिलती है. ... तब इसे अपनी अवहेलना समझकर भगवान विष्णु को क्रोध आ गया और खीझंकर लक्ष्मी को श्राप देते हुए कहा- 'तुम इस अश्व के सौंदर्य में इतनी खोई हो कि मेरे द्वारा बार-बार झकझोरने पर भी तुम्हारा ध्यान इसी में लगा रहा, अतः तुम अश्वी (घोड़ी) हो जाओ
25. ledna 2022 v 08:17
Goddess Lakshmi Birth Story in Hindi
एक अन्य कथा के अनुसार लक्ष्मी जी ऋषि भृगु की पत्नी ख्याति के गर्भ से पैदा हुई थीं। माता पार्वती के पिता राजा दक्ष और ऋषि भृगु के भाई थे। जिस प्रकार माता पार्वती शिव जो को पति रूप में पाना चाहती थीं, ठीक उसी प्रकार देवी लक्ष्मी भी विष्णु जी को मन ही मन अपना पति मान चुकी थीं।
25. ledna 2022 v 08:17
arslan
25. ledna 2022 v 08:17
देवी लक्
एक कथा के अनुसार माता लक्ष्मी की उत्पत्ति समुद्र मंथन के दौरान निकले रत्नों के साथ हुई थी, लेकिन दूसरी कथा के अनुसार वे भृगु ऋषि की बेटी हैं। ... समुद्र मंथन से जिस लक्ष्मी की उत्पत्ति हुई थी, दरअसल वह स्वर्ण के पाए जाने के ही संकेत रहा हो। *जन्म समय : शास्त्रों के अनुसार देवी लक्ष्मी का जन्म शरद पूर्णिमा के दिन हुआ था।
25. ledna 2022 v 08:16
सूर्य को
सूर्य देव को जल चढ़ाने से हर इंसान की नौकरी में उन्नति और लाभ होता है। इससे आपके आत्मविश्वास बना रहेगा जिससे अधिकारीगण आपसे खुश रहते हैं। इसके लिए सूर्य को जल देना बहुत ही लाभप्रद होता है। इसकी वजह यह है कि ज्योतिषशास्त्र में सूर्य को राजा, राजकीय क्षेत्र, पिता और नौकरी में अधिकारी का कारक माना गया है।
25. ledna 2022 v 08:16
arslan
25. ledna 2022 v 08:16
सूर्य को
सूर्य देव को जल चढ़ाने से हर इंसान की नौकरी में उन्नति और लाभ होता है। इससे आपके आत्मविश्वास बना रहेगा जिससे अधिकारीगण आपसे खुश रहते हैं। ... सूर्य को जल देने से सूर्य का पिता और नौकरी में अधिकारी का कारक माना गया है। सूर्य को जल देने से अनुकूल फल प्राप्त होता है और इन सभी मामलों में शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
25. ledna 2022 v 08:16
How was Lord Hanuman born in Hindi
ज्योतिषीयों की गणना के अनुसार बजरंगबली जी का जन्म चैत्र पूर्णिमा को मंगलवार के दिन चित्र नक्षत्र व मेष लग्न के योग में हुआ था। हनुमानजी के पिता सुमेरू पर्वत के वानरराज राजा केसरी थे और माता अंजनी थी। हनुमान जी को पवन पुत्र के नाम से भी जाना जाता है और उनके पिता वायु देव भी माने जाते है।
25. ledna 2022 v 08:15
arslan
Nice article , Thanks for sharing , checkout my work on construction companies in Pakistan .
25. ledna 2022 v 08:15
भगवान हन
एक कहानी में ऐसा भी बताया जाता है कि महाराजा दशरथ ने पुत्रेष्टि यज्ञ से प्राप्त हवि अपनी तीनों रानियों में बांटी थी. इस हवि का एक टुकड़ा गरुड़ उठाकर ले गया और वो टुकड़ा उस स्थान पर गिर गया जहां अंजनी पुत्र प्राप्ति के लिए तपस्या कर रही थी. हवि खाते ही अंजनी गर्भवती हो गई और इस तरह हनुमान का जन्म हुआ.
25. ledna 2022 v 08:15
Benefits of Ganesh Ji Pooja in Hindi
मान्यता है कि गजानन की पूजा करने से बुद्धि और ज्ञान में वृद्धि होती है. नियमित रूप से गणेश पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि आती है और सफलता मिलती है. भगवान गणेश की पूजा करने से जीवन में आ रही सभी दिक्कतें और विपत्तियां दूर हो जाती हैं, इसलिए उन्हें विघ्नहर्ता कहा जाता है
25. ledna 2022 v 08:14
Benefits of Chanting Vishnu Mantra in Hindi
मान्यता है कि प्रतिदिन भगवान विष्णु के मंत्र (Bhagwan Vishnu Mantra) का जाप करने से सभी संकटों से मुक्ति मिलती है और धन-वैभव की प्राप्ति होती है. ... इनमें से किसी भी मंत्र का जाप नियमित रूप से 108 बार करना चाहिए.